My life is more complicated then a maze seems simple but inside it's a code that cannot be decoded...





Saturday, June 25, 2011

बिखरे ख़वाब

बिखरे है अभी मेरे ख़वाब
मैंने कई खवाब संझोये थे
तेरी यादों में गुम हु अभी
मेरी चाहतों में तू ही है अभी

यादें जब भी तेरी याद आती है
हद से जायदा मुझको दर्द दे जायें
अब तो हर खवाब अधूरे से हैं
न जाने क्यूँ तनहा सी हु मैं

दूर चाहे जितना भी हो मुझसे तू
यादों में मेरी हमेशा तू महफूज़ है
तेरी बाँहों का एहसास आज भी है
तेरी बातों का असर आज भी है

आज बिखरे है खवाब मेरे
पर इन खवाबों में आज भी है तू
ज़िन्दगी तेरे साथ बिताने की तमन्ना है
हर पल तेरी कमी का एहसास है

इन आँखों में न जाने कितने खवाब है
अब इन में अश्कों का सैलाब है
अश्को में न जाने कितने दर्द है
हर अश्क में ना जाने कितने खवाब बहें

खवाबों में आज मैं बिखर गई
ज़िन्दगी तनहा सी रह गई
आरज़ू सारी अधूरी ही रह गई
ज़िन्दगी तेरा इंतज़ार करती रह गई